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WFI के सस्पेंड होने के बाद पहलवानों के लिए कुछ चुनौतियां भी हैं। इनमें शामिल हैं:

भारत सरकार ने WFI को किया सस्पेंड, पहलवानों में खुशी, भविष्य पर सवाल

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भारत सरकार ने WFI को किया सस्पेंड, पहलवानों में खुशी, भविष्य पर सवाल

भारत सरकार ने 23 दिसंबर, 2023 को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को सस्पेंड कर दिया। इस फैसले का स्वागत पहलवानों ने किया है, लेकिन क्या इससे उनकी नाराजगी दूर होगी? यह एक सवाल है जिसका जवाब समय ही देगा।

WFI पर भ्रष्टाचार के आरोप

WFI पर लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। आरोप है कि WFI के अधिकारी खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करते हैं, और उनसे पैसे वसूलते हैं। कई पहलवानों ने WFI के खिलाफ आवाज उठाई थी, लेकिन उनकी बात सुनी नहीं गई।

WFI पर यौन उत्पीड़न के आरोप

WFI पर यौन उत्पीड़न के आरोप भी लगे थे। कई महिला पहलवानों ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच चल रही है।

सरकार ने लिया सख्त फैसला

WFI पर भ्रष्टाचार और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद भारत सरकार ने सख्त फैसला लिया। सरकार ने WFI की मान्यता रद्द कर दी और एक अंतरिम समिति का गठन किया। इस समिति का नेतृत्व डॉ. सुशील कुमार कर रहे हैं।

पहलवानों ने किया फैसले का स्वागत

WFI के सस्पेंड होने के बाद पहलवानों ने खुशी जताई है। विनेश फोगट ने कहा, “यह एक अच्छी बात है कि सरकार ने WFI को सस्पेंड किया है। यह दिखाता है कि सरकार पहलवानों की समस्याओं को समझ रही है।”

बजरंग पूनिया ने भी कहा, “यह एक सही फैसला है। WFI में बहुत भ्रष्टाचार था। खिलाड़ियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। सरकार ने इस फैसले से खिलाड़ियों को राहत दी है।”

भविष्य पर सवाल

हालांकि, कुछ पहलवानों का मानना है कि केवल WFI को सस्पेंड करने से समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्हें लगता है कि सरकार को WFI में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

पहलवानों का कहना है कि सरकार को WFI में एक नई टीम का गठन करना चाहिए, जिसमें खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व हो। उन्हें लगता है कि सरकार को WFI के नियमों और विनियमों में सुधार करना चाहिए।

कुल मिलाकर, भारत सरकार के WFI को सस्पेंड करने के फैसले का पहलवानों ने स्वागत किया है। यह देखना होगा कि सरकार इस फैसले के बाद WFI में क्या बदलाव करती है और क्या इससे पहलवानों की नाराजगी दूर होती है।

WFI के सस्पेंड होने के बाद कुश्ती में सुधार के लिए कुछ सुझाव

WFI में एक नई टीम का गठन किया जाना चाहिए, जिसमें खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व हो।
WFI के नियमों और विनियमों में सुधार किया जाना चाहिए।
WFI में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
खिलाड़ियों के साथ भेदभाव को रोका जाना चाहिए।
इन सुझावों को लागू करने से कुश्ती में सुधार हो सकता है और खिलाड़ियों को बेहतर अवसर मिल सकते हैं।

WFI के सस्पेंड होने के बाद कुश्ती में सुधार के लिए कुछ सुझाव

WFI में एक नई टीम का गठन किया जाना चाहिए, जिसमें खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व हो।
WFI में भ्रष्टाचार और अन्य समस्याओं का एक कारण यह भी है कि इसमें खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व नहीं है। खिलाड़ी ही उन लोगों को सबसे अच्छी तरह से जानते हैं जो उनके हित में काम करेंगे। इसलिए, WFI में एक नई टीम का गठन किया जाना चाहिए जिसमें खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व हो। यह टीम WFI के नियमों और विनियमों को बनाने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

WFI के नियमों और विनियमों में सुधार किया जाना चाहिए।
WFI के मौजूदा नियम और विनियम बहुत पुराने और अप्रचलित हैं। इनमें सुधार करके, WFI को कुश्ती के विकास के लिए अधिक अनुकूल बनाया जा सकता है। इन सुधारों में शामिल हो सकते हैं:

* खिलाड़ियों के लिए अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना।
* खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
* खिलाड़ियों के साथ भेदभाव को रोकना।
WFI में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
WFI के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। इससे खिलाड़ियों को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि उनका धन और अन्य संसाधनों का उपयोग उनके हित में किया जा रहा है।

खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण की व्यवस्था करना भी महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी।

खिलाड़ियों के साथ भेदभाव को रोकना चाहिए।
खिलाड़ियों के साथ भेदभाव को रोकना भी महत्वपूर्ण है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी खिलाड़ियों को समान अवसर मिले।

इन सुझावों को लागू करने से कुश्ती में सुधार हो सकता है और खिलाड़ियों को बेहतर अवसर मिल सकते हैं।

WFI के सस्पेंड होने के बाद पहलवानों के लिए कुछ चुनौतियां

WFI के सस्पेंड होने के बाद पहलवानों के लिए कुछ चुनौतियां भी हैं। इनमें शामिल हैं:

प्रशिक्षण और प्रतियोगिता की कमी
WFI के सस्पेंड होने के बाद, पहलवानों को प्रशिक्षण और प्रतियोगिता के अवसरों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।

वित्तीय समस्याएं
WFI के सस्पेंड होने के बाद, पहलवानों को वित्तीय समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। WFI पहलवानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, लेकिन सस्पेंड होने के बाद यह सहायता बंद हो सकती है।

भविष्य की अनिश्चितता
WFI के सस्पेंड होने के बाद, पहलवानों के लिए भविष्य की अनिश्चितता है। यह नहीं पता कि WFI कब तक सस्पेंड रहेगी और जब यह सस्पेंड से बाहर आएगी तो क्या बदलाव होंगे।

इन चुनौतियों का सामना करने के लिए पहलवानों को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। उन्हें सरकार और अन्य संगठनों से मदद मांगनी चाहिए।

कुल मिलाकर, WFI के सस्पेंड होने से कुश्ती में सुधार की संभावना है। हालांकि, इसके लिए पहलवानों, सरकार और अन्य संगठनों के बीच एकजुट प्रयास की जरूरत है।

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